सोचिए ज़रा. आप हॉट सीट पर हैं, एक मुश्किल सवाल आपके और एक बड़ी रकम के बीच खड़ा है, और आप मदद मांगते हैं. लेकिन क्या हो जब वो मदद ही… गलत निकल जाए? ऐसा ही कुछ हुआ शौर्य सारडा के साथ कौन बनेगा करोड़पति 17 में.
अहमदाबाद, गुजरात के कंटेस्टेंट शौर्य सारडा कोई आम खिलाड़ी नहीं थे. ये जनाब तो एक सर्टिफाइड जीनियस हैं. सच में. उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सिर्फ 5 मिनट में 95 अलग-अलग तारीखों के दिन बताने के लिए दर्ज है.
और इतना ही नहीं. उन्होंने 71 देशों के करेंसी सिंबल पहचानने के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है. तो हां, आप उनसे काफी आगे जाने की उम्मीद तो करेंगे ही.
जब भीड़ ही गलत हो जाए
सब कुछ बढ़िया चल रहा था जब तक वो 7,50,000 पॉइंट्स के सवाल पर नहीं पहुंचे. सवाल था: 1781 में यूरेनस ग्रह की खोज किसने की थी? यकीनन एक मुश्किल सवाल था.
श्योर न होने पर, शौर्य ने वही किया जो कई कंटेस्टेंट करते हैं. उन्होंने ऑडियंस पोल लाइफलाइन का इस्तेमाल किया. आप भी यही सोचेंगे कि सैकड़ों लोग मिलकर तो सही जवाब दे ही देंगे, है ना?
देखिए, ऑडियंस ने भारी बहुमत से उन्हें ऑप्शन D, जोहान्स केपलर की ओर इशारा किया. पोल पर भरोसा करके, शौर्य ने जवाब लॉक कर दिया. लेकिन सही जवाब असल में ऑप्शन C, विलियम हर्शल था. एक बहुत बड़ी चूक.
एक महंगा सबक
भीड़ के उस एक गलत जवाब की वजह से, शौर्य का खेल वहीं खत्म हो गया. उन्हें अपनी पिछली जीती हुई रकम, 5 लाख रुपये लेकर जाना पड़ा. ये उस रकम से बहुत बड़ा ड्रॉप है जो वो जीत सकते थे.
यहां तक कि होस्ट अमिताभ बच्चन को भी यह मानना पड़ा. उन्होंने सबको याद दिलाया कि कभी-कभी, बस कभी-कभी, ऑडियंस पोल आपको गुमराह कर सकता है. यह हमेशा जीत की गारंटी नहीं होता.
क्या किस्मत पलटी है. एक रिकॉर्ड-होल्डर दिमाग, एक ऐसी लाइफलाइन से मात खा गया जिसे बचाने के लिए बनाया गया है. तो आप क्या सोचते हैं? क्या आपने इतने कीमती सवाल पर ऑडियंस पर भरोसा किया होता?



